२६-०१-२०१४, रविवार
26-01-14 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:07-06-77 मधुबन
स्लोगन: मन-बुद्धि को शक्तिशाली बना दो तो कोई भी हलचल में अचल अडोल रहेंगे।
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26-01-2014, Sunday
Blessing: May you be a fortunate soul who, constantly performs elevated deeds and sings songs of wonder according to the elevated time.
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26-01-14 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:07-06-77 मधुबन
संगमयुग (धर्माऊयुग) को विशेष वरदान - `चढ़ती कला सर्व का भला'
वरदान: सदा श्रेष्ठ समय प्रमाण श्रेष्ठ कर्म करते वाह-वाह के गीत गाने वाले भाग्यवान आत्मा भव
इस श्रेष्ठ समय पर सदा श्रेष्ठ कर्म करते ''वाह-वाह`` के गीत मन से गाते रहो। ''वाह मेरा श्रेष्ठ कर्म
या वाह श्रेष्ठ कर्म सिखलाने वाले बाबा``। तो सदा वाह-वाह! के गीत गाओ। कभी गलती से भी दु:ख
का नज़ारा देखते भी हाय शब्द नहीं निकलना चाहिए। वाह ड्रामा वाह! और वाह बाबा वाह! जो
स्वप्न में भी नहीं था वह भाग्य घर बैठे मिल गया। इसी भाग्य के नशे में रहो। स्लोगन:- मन-बुद्धि को शक्तिशाली बना दो तो कोई भी हलचल में अचल अडोल रहेंगे।
स्लोगन: मन-बुद्धि को शक्तिशाली बना दो तो कोई भी हलचल में अचल अडोल रहेंगे।
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26-01-2014, Sunday
FEM - 26-01-2014 (AM Revised - 07-06-1977)
The special blessing of the confluence age - the age of charity, is everyone receiving benefit through your ascending stage.Blessing: May you be a fortunate soul who, constantly performs elevated deeds and sings songs of wonder according to the elevated time.
At this elevated time, constantly perform elevated deeds and continue to sing songs of “Wah!, Wah!” in your mind. “Wah my elevated actions!” or Wah Baba who taught me how to perform elevated actions!” Constantly sing songs of “Wah!, Wah!”.
When you see a scene of sorrow even by mistake words of distress should not emerge through your lips. Wah drama! Wah! Wah Baba! Wah! Maintain the intoxication of this fortune that what you never even dreamt of, you received that fortune while sitting at home.
Slogan: Make your mind and intellect powerful and you will remain unshakeable and immovable in any upheaval.
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