Monday, October 28, 2013

27-10-2013's Murli


२७-१०-२०१३, रविवार

27-10-13 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज 03-04-96 मधुबन 
“सेवाओं के साथ-साथ बेहद की वैराग्य वृत्ति द्वारा पुराने वा व्यर्थ संस्कारों से मुक्त बनो”
वरदान: स्वयं को बेहद की स्टेज पर समझ सदा श्रेष्ठ पार्ट बजाने वाले हीरो पार्टधारी भव आप सब विश्व के शोकेस में रहने वाले शोपीस हो
बेहद की अनेक आत्माओं के बीच बड़े ते बड़ी स्टेज पर हो। इसी स्मृति से हर संकल्प, बोल और कर्म करो कि विश्व की आत्मायें हमें देख रही हैं इससे हर पार्ट श्रेष्ठ होगा और हीरो पार्टधारी बन जायेंगे। सभी आप निमित्त आत्माओं से प्राप्ति की भावना रखते हैं तो सदा दाता के बच्चे देते रहो और सर्व की आशायें पूर्ण करते रहो।
स्लोगन: सत्यता की शक्ति पास हो तो खुशी और शक्ति प्राप्त होती रहेगी।


No comments:

Post a Comment