सुख-दुःख,जय-पराजय,मान-अपमान आदि परिस्थिति में भी स्वस्थिति (बेलेन्स) रखनेवाली मैं योगमूर्त आत्मा हूं !
मुजे हर परिस्थिति में बेलेन्स का अभ्यास करना है. सुख-दुःख,मान-अपमान,जय-पराजय की परिस्थिति में और हर मुस्किलों में भी मुजे मेरा श्रेष्ठ पार्ट याद रख वही बजाना है और स्वस्थिति में स्थित रहकर योगयुक्त रहना है !
No comments:
Post a Comment