Tuesday, July 31, 2012

Swaman-01

इस देहरुपी रथ को चलानेवाली; भ्रुकुटी के सिंहासन पर स्थित मैं आत्मा रथी हूँ ।

देह और आत्मा की भिन्नता का बार-बार अनुभव करें सभी को आत्मिक स्वरुपसे देखने का अभ्यास पक्का करें और देह की सर्व कर्मेन्द्रियों पर भ्रुकुटी के सिंहासन से संचालन एवंम कन्ट्रोल का अनुभव करें । 

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