Thursday, July 26, 2012

Swaman-04

स्थूल और सूक्ष्म कर्मेन्द्रियों को कन्ट्रोल कर श्रीमत अनुसार चलनेवाली मैं आत्मा कर्मेन्द्रियजीत-मायाजीत हूँ !

जगजीत बनने के लिए बाबा ने मुज आत्मा को पहेले पहेले स्वयं की कर्मेन्द्रियों को जीतना सिखाया है ! अपनी सुक्ष्म और स्थुल कर्मेन्द्रियों को पूरी तरह से कन्ट्रोल करने का अभ्यास करें और प्यारे बाबा की श्रीमत अनुसार हि कर्मेन्द्रियों को चलाये, धोखे से बचे !

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