Wednesday, July 18, 2012

Swaman-10


कथनी और करनी में एकसमान बन तीव्र पुरुषार्थ द्वारा उडती कला प्राप्त करनेवाली मैं विश्वपरिवर्तक आत्मा हूँ !

सदा ध्यान रहें मेरी कथनी और करनी एक रहे. मेरे तीव्र पुरुषार्थ का यह आधार है. मुजे विश्व परिवर्तन के लिए तीव्र पुरुषार्थी बन उड़ती कला प्राप्त करनी है और शुध्ध वायुमंडल बनाना है !

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