Wednesday, July 25, 2012

Swaman-05


गुण रुपी मोती को् चुगनेवाली, मैं गुणमूर्त, होलीहंस, ब्राह्मण आत्मा हूँ !

विश्व की सर्व आत्मायें परमात्मा की संतान है ! इसलिए सर्व में कोई ना कोई गुण है ! मुझे सभी से व्यवहार करते उनके गूणों को देखना है, गुणो का वर्णन करना है और उन गुणों को अपने जीवन में लाना है ! इस तरह मुझे गुणमूर्त होलीहंस ब्राह्मण आत्मा बनना है !

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